आज के एपिसोड की शुरुआत Mannat द्वारा अपनी दादी Hamida को कड़ी चेतावनी देने से होती है। Mannat अपनी दादी को धमकी देती है कि अगर उसने उसकी योजना को खराब करने की कोशिश की, तो वह Ibaadat से जुड़ी सारी सच्चाई को उजागर कर देगी। यह धमकी Hamida के लिए चौंकाने वाली है, क्योंकि वह हमेशा Ghazal की बेटी Ibaadat का पक्ष लेती है, और Mannat इस बात से जलन महसूस करती है। Kaynat भी Mannat का साथ देती है, क्योंकि वह Mannat के बेटे की होने वाली बहू होगी। जब Hamida इस साजिश में शामिल होने से इनकार करती है, तो Mannat उसे डराते हुए कहती है कि वह न केवल Ibaadat को Subhan के जीवन से अलग कर देगी, बल्कि उसे गंभीर नुकसान पहुंचाएगी।
Mannat यह भी धमकी देती है कि अगर Subhan को सच्चाई पता चली, तो वह तुरंत Ibaadat को घर से बाहर कर देगा और उसका चेहरा तक नहीं देखना चाहेगा। Hamida, जो अपने पोते-पोती के बीच शांति बनाए रखने की कोशिश करती है, इस धमकी से भयभीत हो जाती है। Mannat का यह रवैया दिखाता है कि वह किसी भी हद तक जाने को तैयार है ताकि वह अपना बदला ले सके और Ibaadat को Subhan की जिंदगी से बाहर निकाल सके।
इसी बीच, रात के दौरान Subhan अपने कमरे से बाहर निकलता है, अपने साथ तकिया और बिस्तर ले जाता है। Dua उसे देखती है और समझ जाती है कि Subhan और Ibaadat के बीच कुछ गड़बड़ चल रही है। Dua उसे सलाह देती है कि वह इस समस्या का समाधान जल्दी से कर ले, नहीं तो भविष्य में यह दूरी और बढ़ जाएगी। जब Subhan वापस अपने कमरे में जाता है, तो Ibaadat सोचती है कि उसने अपनी गलती समझ ली है और माफी मांगने आया है, लेकिन Subhan उसे साफ शब्दों में कहता है कि वह अब उसके साथ नहीं रहना चाहता। यह सुनकर Ibaadat फिर से उदास हो जाती है और उनकी स्थिति और भी जटिल हो जाती है।
दूसरी ओर, अस्पताल में Kashif Sufi की देखभाल कर रहा होता है, जब Sufi दर्द से कराह रहा होता है। Kashif इस शरारती लड़के के प्रति सहानुभूति दिखाता है, और Sufi धीरे-धीरे इस महिला की ओर आकर्षित हो जाता है। Hafeez यह सब देखता है और समझ जाता है कि Sufi के मन में क्या चल रहा है। घर लौटने के बाद Sufi डॉक्टर को कॉल करता है और उससे मिलने की इच्छा व्यक्त करता है, लेकिन डॉक्टर उसकी नीयत को भांप लेती है और मिलने से इनकार कर देती है।
Mannat अपनी दादी Hamida को दो स्पष्ट विकल्प देती है – या तो वह Mannat की साजिश का पर्दाफाश न करें, या फिर Ibaadat की मौत को सहन करने के लिए तैयार रहें। Hamida, जो अपनी पोती Ibaadat से बहुत प्यार करती है, इस धमकी से टूट जाती है। वह Mannat से अनुरोध करती है कि वह अपनी बदले की भावना को छोड़ दे, क्योंकि इससे न केवल Ibaadat को नुकसान पहुंचेगा, बल्कि पूरे परिवार पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। Hamida Mannat से भीख मांगती है कि वह इस साजिश से दूर रहे, लेकिन Mannat अपनी जिद पर अड़ी रहती है और कहती है कि वह Subhan को पाने के लिए किसी भी हद तक जाएगी।
इस बीच, Armaan, Nigar और Gulnaz भी कमरे में प्रवेश करते हैं और Mannat को समर्थन देते हैं। वे भी Ibaadat की मां के कारण परेशानियां झेल चुके हैं और इस बात का फायदा उठाते हुए वे Mannat के साथ मिलकर Ibaadat के खिलाफ साजिश रचने में शामिल हो जाते हैं। Hamida इन तीनों को चेतावनी देती है कि ये लोग सिर्फ अपने स्वार्थ के लिए Mannat का साथ दे रहे हैं और जब उनका काम पूरा हो जाएगा, तो वे उसे अकेला छोड़ देंगे। लेकिन Mannat अपनी साजिश को जारी रखने का फैसला करती है और Hamida से उसे समर्थन देने की मांग करती है। Hamida, जो अपनी पोती Ibaadat की सुरक्षा के लिए चिंतित है, इस साजिश को रोकने की कोई तरकीब नहीं देखती और Mannat के सामने झुकने के लिए मजबूर हो जाती है।
इस पूरे घटनाक्रम में Hamida की दुविधा और Mannat की बदले की भावना ने कहानी में नया मोड़ ला दिया है। Hamida अपने परिवार की शांति और सुरक्षा के लिए चिंतित है, लेकिन Mannat की जिद और प्रतिशोध की भावना ने उसे एक कठिन स्थिति में डाल दिया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे क्या होता है और क्या Hamida Mannat की साजिश को रोकने में सफल हो पाएगी, या फिर Mannat अपने लक्ष्य को हासिल कर लेगी।
Precap: Mannat अपनी साजिश को अंजाम देने के लिए तैयार होती है, जबकि Subhan और Ibaadat के बीच की दूरी बढ़ती जाती है। क्या Mannat अपनी योजना में सफल होगी, या Hamida उसे रोकने में सफल हो पाएगी?
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