आज के Maati Se Bandhi Dor एपिसोड की शुरुआत कुछ लड़कों द्वारा अनाथालय के लड़के रोहन को परेशान करने और मारने से होती है। रोहन बेहोश होकर वैजू के सामने गिर जाता है। वही लड़के वार्डन को बताते हैं कि रोहन भाग गया था और उसे वैजू ने बचाया। वैजू रोहन को साइकिल पर उठाकर अस्पताल ले जाती है। जया रन्नविजय को बताती है कि उसे वैजू की चिंता हो रही है, इसलिए रन्नविजय उसे घर लाने के लिए निकल पड़ता है। रास्ते में रोहन अपनी माँ को छोड़ने के लिए बड़बड़ाता रहता है, जिससे वैजू को दुर्गा की मौत की यादें ताजा हो जाती हैं और वह भावुक हो जाती है।
रन्नविजय बाजार में वैजू को ढूंढता है। एक दुकानदार रन्नविजय को वैजू का फोन देता है और एक अन्य व्यक्ति उसे अस्पताल जाने की जानकारी देता है। रन्नविजय अस्पताल पहुंचता है और वैजू से उसकी स्थिति के बारे में पूछता है। वैजू कहती है कि वह ठीक है। डॉक्टर उसे बताते हैं कि रोहन के शरीर पर ड्रग्स के इंजेक्शन के निशान हैं। रन्नविजय जया को आश्वासन देता है कि वैजू ठीक है और वे दोनों घर लौटेंगे और जो कुछ हुआ है उसे समझाएंगे।
Vaiju की चिंता:
अस्पताल में, वैजू ड्रग्स के बारे में सुनने के बाद अपने पिता की याद करती है, जो ड्रग्स के आदी थे और इसी कारण उनकी मृत्यु हो गई थी। वैजू रोहन के शरीर पर निशान देखती है और कहती है कि वह रोहन की मदद करना चाहती है। वैजू कहती है कि वह बहुत प्रतिभाशाली है और कुछ बड़ा कर सकता है, लेकिन वह अनाथालय में रहकर ऐसा नहीं कर सकता। वह रोहन को ड्रग्स से दूर रखने और उसकी क्षमताओं पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहां भेजे, यह समझने में असमर्थ महसूस करती है।
रन्नविजय सुझाव देता है कि उसे पुनर्वास केंद्र भेजा जाए। वैजू इस बात से सहमत हो जाती है। रन्नविजय यह भी सोचता है कि उसे ठीक होने तक घर ले जाना बेहतर होगा, फिर उसे पुनर्वास केंद्र भेजा जाएगा। वैजू को लगता है कि घर में कुछ अराजकता हो सकती है, लेकिन रन्नविजय उसे आश्वस्त करता है कि वह सभी को समझा देगा।
रन्नविजय और वैजू की घर वापसी:
जब वे घर लौटते हैं, तो जया उनसे पूछती है कि वे अस्पताल क्यों गए थे। वैजू रोहन को घर के अंदर बुलाती है। रन्नविजय पूरी घटना का वर्णन करता है और कहता है कि रोहन तब तक उनके साथ रहेगा जब तक वह ठीक नहीं हो जाता। वसुंधरा यह सुनकर मुस्कुराती है। रन्नविजय शंभू से कहता है कि वह रोहन को गेस्ट रूम में ले जाए और उसके रहने की व्यवस्था करे।
जया कहती है कि लोगों की मदद करना अच्छी बात है, लेकिन वह कहती है कि उसे फोन पर सूचित किया जा सकता था। रन्नविजय कहता है कि उसने सोचा कि फोन पर समझाने के बजाय आमने-सामने बताना बेहतर होगा। जया इस बात से नाराज हो जाती है कि वह बिना उससे पूछे निर्णय ले रहा है। रन्नविजय उसे समझाने की कोशिश करता है, लेकिन जया अपनी बात पर अड़ी रहती है। घर के गेस्ट रूम में रोहन बैठा रहता है, और इस बीच जया अपने जीवन में आए बदलावों पर दुखी महसूस करती है।
सुलेखा का ड्रामा:
सुलेखा अपनी नकारात्मकता फैलाना शुरू कर देती है और रोहन के बारे में बुरा बोलती है। रोहन अपने कमरे से सब कुछ सुनता है। रन्नविजय सुलेखा का सामना करता है और कहता है कि रोहन कुछ दिनों के लिए उनके घर पर रहने से क्या नुकसान हो सकता है। तभी राव साहेब वहां आते हैं और सुलेखा उन्हें बताती है कि वैजू और रन्नविजय रोहन को घर लाए हैं। वैजू माफी मांगती है और कहती है कि वह रोहन को दुर्गा के घर ले जाएगी।
रोहन कहता है कि वह ऐसा न करे और वह अनाथालय लौट जाएगा। वह जाने ही वाला था कि राव साहेब उसे रोकते हैं और कहते हैं कि वह कुछ दिनों तक उनके घर पर ही रहे। एपिसोड का अंत रन्नविजय द्वारा रोहन को गले लगाकर खुशी जताने के साथ होता है।
Precap:
अगले एपिसोड में, रन्नविजय वैजू को बचाता है, जबकि जया को बिजली का झटका लगता है।
My Name is Suhel Shaikh, I Work as a Content Writer for Kararinews and I like Writing Articles