Suhagan Chudail आज के एपिसोड की शुरुआत Vishtar द्वारा Nishiganda को यह बताने से होती है कि आज “witch moon night” है, और इस रात उसकी शक्तियाँ बेकाबू हो जाएंगी। Vishtar ने Nishiganda से कहा कि उसे आज एक व्यक्ति को मारना होगा ताकि वह अपनी शक्तियों को नियंत्रण में रख सके। Nishiganda अपनी शक्तियों पर नियंत्रण करने में असमर्थ दिखती है, और Vishtar घायल हो जाता है। Nishiganda खून देखती है और Vishtar के पास जाने की कोशिश करती है, लेकिन Moksh उसे रोक लेता है।
Moksh, Nishiganda से कहता है कि वह कोई साधारण चुड़ैल नहीं है और उसे याद दिलाता है कि उसने उनके परिवार के लिए कितनी कुर्बानियाँ दी हैं। Nishiganda अपने खून की प्यास को काबू में करने की कोशिश करती है, लेकिन Moksh उसे बेबी शॉवर फंक्शन में ले जाने का निर्णय लेता है। Nishiganda कहती है कि उसने अभी अपनी प्यास को नियंत्रण में रखा है, लेकिन जैसे ही “witch moon” आकाश में ऊपर उठेगा, उसकी शक्तियाँ और भी खतरनाक हो जाएंगी। Moksh उसे समझाने की कोशिश करता है कि वह अपनी नकारात्मक शक्तियों को सकारात्मक में बदलने की कोशिश करे। Nishiganda, Moksh से कहती है कि वह सुनिश्चित करे कि चाँद की रोशनी उस पर न गिरे। Moksh उसे आश्वासन देता है कि वह सभी खिड़कियाँ बंद करवा देगा।
सभी सेवक घर की खिड़कियाँ बंद करने लगते हैं। Manish उनसे पूछता है कि वे खिड़कियाँ क्यों बंद कर रहे हैं, और सेवक बताते हैं कि यह Moksh का आदेश है। Rachana देखती है कि Moksh, Nishiganda को उसके बेबी शॉवर में ले आया है। Rachana, Josna से पूछती है कि क्या वे उसकी छोटी सी इच्छा भी पूरी नहीं कर सकते थे, क्योंकि उसने कहा था कि वह नहीं चाहती थी कि Nishiganda उसकी किसी भी रस्म में भाग ले। Josna कहती है कि मेहमान Nishiganda को उनकी बहू के रूप में जानते हैं, और अगर वह हिस्सा नहीं लेगी तो सभी गलतफहमी पैदा होगी।
तभी मेहमान Josna से कहते हैं कि उन्हें “Garba Sanskaran” की रस्म शुरू कर देनी चाहिए। Josna सहमत होती है। Shalaka अपनी शक्तियों का उपयोग करके खिड़कियाँ खोल देती है और Moksh से कहती है कि वह Rachana के हाथों में चूड़ियाँ पहना दे। चाँद की रोशनी Nishiganda पर गिरती है, और वह धीरे-धीरे चुड़ैल में बदलने लगती है। Moksh यह देखकर खिड़की को बंद कर देता है और Nishiganda को शांत करने की कोशिश करता है।
Nishiganda और Moksh बाद में Rachana के हाथों में चूड़ियाँ पहनाते हैं। जैसे ही चाँद आसमान में ऊपर उठता है, Nishiganda अपनी शक्तियों पर नियंत्रण खोने लगती है। उसे Moksh की वह बात याद आती है कि उसे नकारात्मक को सकारात्मक में बदलने की कोशिश करनी चाहिए। वह रस्म के दौरान नृत्य करना शुरू कर देती है और फूलों की पंखुड़ियाँ Rachana पर गिरा देती है।
Shalaka, Nishiganda को पूरी तरह से बेकाबू करने के लिए एक साजिश रचती है। वह अपने जादुई शक्तियों का इस्तेमाल करके सभी मेहमानों की चूड़ियाँ तोड़ देती है, जिससे उनके हाथों से खून निकलने लगता है। Nishiganda यह खून देखकर अपनी प्यास को नियंत्रित नहीं कर पाती और अपने कमरे में चली जाती है, जहां वह खुद को जंजीरों में बाँध लेती है ताकि वह अपने परिवार को नुकसान न पहुँचा सके।
Shalaka अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करके Rachana और उसके गर्भ में पल रहे बच्चे को घायल कर देती है, जिससे ऐसा लगे कि यह काम Nishiganda ने किया है। Shalaka सोचती है कि इस बच्चे की मौत के साथ, Nishiganda का सपना भी टूट जाएगा और उसे इस परिवार से बाहर कर दिया जाएगा।
Precap: Moksh, Nishiganda को Rachana के बच्चे की मौत का जिम्मेदार ठहराता है। Shalaka, Maha Asur से कहती है कि वह Deeya का रूप धारण करके Moksh को अपने प्यार में फंसाएगी।
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