Shiv Shakti Tap Tyaag Tandav आज के एपिसोड की शुरुआत Lord Shiv द्वारा Mata Parvati से की गई एक प्यारी बात से होती है। Lord Shiv कहते हैं कि वह हमेशा के लिए ‘Babul’ बन सकते हैं, बस Mata Parvati की मुस्कान देखने के लिए। Mata Parvati उनसे कहती हैं कि अब उन्हें वापस Kailash जाना चाहिए क्योंकि उनके बच्चे अब बड़े हो गए हैं। हालांकि, Lord Shiv इसे मानने से इनकार करते हैं और कहते हैं कि इससे उनके प्रेम में कोई कमी नहीं आएगी। वह Mata Parvati से कहते हैं कि वह उनके साथ नृत्य करना चाहते हैं और उन्हें फलों से तृप्त करना चाहते हैं। Mata Parvati यह सुनकर शरमा जाती हैं। Lord Shiv आगे कहते हैं कि वह उनके लिए फूल और फल लाकर उनका प्रेम प्रकट करेंगे। वह जाने ही वाले होते हैं कि Mata Parvati उन्हें रोक लेती हैं और कहती हैं कि इस बार फूल और फल नहीं चलेंगे। वह उनसे कहती हैं कि वह इस बार अपनी एक शर्त पूरी करवाना चाहती हैं।
दूसरी तरफ, Mahishaasur अपनी मां Rambha से माफी मांगता है और उसकी राख से भरा हुआ घड़ा तोड़ देता है। वह Shukracharya से पूछता है कि वह अमरत्व कैसे प्राप्त करेगा। Shukracharya उसे Rambha की आत्मा को दिखाते हैं और Mahishaasur से कहते हैं कि वह अपनी मां की आत्मा से कुछ मांगने के लिए कहे।
Lord Shiv Mata Parvati से कहते हैं कि प्रेम में शर्तें नहीं होतीं। Mata Parvati जवाब देती हैं कि जब वह अपने प्रेम को नवविवाहितों की तरह प्रकट करना चाहते हैं, तो क्यों न वह भी ज़िद कर सकती हैं। Lord Shiv उनसे पूछते हैं कि क्या वह उनके प्रेम की परीक्षा लेना चाहती हैं। Mata Parvati कहती हैं कि वह उनके प्रेम को महसूस करना चाहती हैं। वह Lord Shiv से कहती हैं कि उनकी शर्त यह है कि वह उनके बालों में फूल लगाएं और उन्हें फलों से तृप्त करें, और वह यह एक साथ करें। Lord Shiv थोड़ा हैरान होते हैं और पूछते हैं कि वह यह दोनों काम एक साथ कैसे करेंगे। Mata Parvati मुस्कुराते हुए कहती हैं कि यही तो उनकी समस्या है। Lord Shiv मुस्कुराते हुए कहते हैं कि वह उनकी शर्त को पूरा करेंगे और वहां से चले जाते हैं।
दूसरी ओर, Mahishaasur Rambha की आत्मा से Mata Parvati से अमरत्व और मोक्ष मांगने के लिए कहता है। Rambha की आत्मा वहां से चली जाती है और Shukracharya कहते हैं कि Mahishaasur को Mata Parvati की प्रार्थना करनी चाहिए ताकि उनकी मां की आत्मा की इच्छा सुनी जाए। वह Rambha की आत्मा का पीछा करते हैं।
Lord Shiv फूल और फल लेकर लौटते हैं। Mata Parvati उनसे पूछती हैं कि वह उनकी शर्त को कैसे पूरा करेंगे। वह कहती हैं कि इस बार वह फंस गए हैं। Lord Shiv जवाब में कहते हैं कि वह Mata Parvati के प्रेम में फंसे हुए हैं। फिर Lord Shiv चतुर्भुज रूप में प्रकट होते हैं, जिसमें उनके चार हाथ होते हैं (इस दृश्य में ‘ओम कारा सदाशिव नीलकंठ महेश्वरा’ गीत बजता है)। Lord Shiv Mata Parvati की शर्त पूरी करते हैं (इस दृश्य में शो का शीर्षक गीत बजता है)। Mata Parvati यह देखकर मुस्कुरा उठती हैं। Lord Shiv कहते हैं कि उन्हें पृथ्वी के पुरुषों के लिए बुरा लग रहा है। Mata Parvati जवाब देती हैं कि पृथ्वी के पुरुषों के पास अपनी पत्नियों की शर्तों को पूरा करने के लिए दो हाथ होते हैं। वह Lord Shiv को धन्यवाद देती हैं और फिर दोनों वहां से चले जाते हैं।
इसी बीच, Rambha की आत्मा Lord Shiv और Mata Parvati को देखती है। Shukracharya, Mahishaasur से कहते हैं कि उन्हें Lord Shiv और Mata Parvati को अलग करना होगा ताकि Rambha की आत्मा अकेले में Mata Parvati से मिल सके। Mahishaasur यह सुनकर चिंतित होता है और पूछता है कि वह यह कैसे करेगा। Shukracharya उसे निर्देश देते हैं कि किसी भी कीमत पर Lord Shiv और Mata Parvati को अलग कर दे। Mahishaasur Lord Shiv के गणों को देखता है और उन पर हमला कर देता है। गण Lord Shiv से मदद की गुहार लगाते हैं और उनकी चीखें Lord Shiv तक पहुंचती हैं।
Precap:
अगले एपिसोड में Mahishaasur और Shukracharya की चाल और भी घातक रूप लेती दिखेगी। क्या Lord Shiv और Mata Parvati इस नई चाल से बच पाएंगे? Mahishaasur की योजना क्या रंग लाएगी?
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