Lakshmi Narayan आज के एपिसोड की शुरुआत Yasodha के Guruwar को धन्यवाद कहने से होती है, क्योंकि उन्होंने Krishna के घर आकर दर्शन दिए। Yasodha और Nandan चाहते हैं कि उनके नवजात पुत्र का नामकरण Guruwar द्वारा किया जाए। Guruwar कृष्ण की ओर देखते हैं और उनकी आंखों में ब्रह्मांड और वैकुंठ देख कर आश्चर्यचकित हो जाते हैं। वे तुरंत समझ जाते हैं कि यह बालक कोई साधारण बच्चा नहीं है, बल्कि अद्भुत दिव्य शक्ति का अवतार है। उन्होंने इस दिव्य बालक का नाम Krishna रखा। यह सुनकर पूरे परिवार और वहां मौजूद देवताओं में खुशी की लहर दौड़ जाती है। Guruwar ने कहा कि Krishna अन्याय का अंत करेगा और संसार में धर्म की स्थापना करेगा।
इस बीच, Kamsan अपने डरावने सपने से जागता है। उसे Adi Sakthi की चेतावनी याद आती है, जिसमें उसने कहा था कि उसका अंत उसी के परिवार के एक शिशु के हाथों होगा। Kamsan को यह सपना बार-बार आता है और वह इससे बेहद परेशान है। उसे यह डर सताता है कि यह बच्चा ही उसके पतन का कारण बनेगा। Kamsan अपने दरबार में Bhuthini को बुलाता है। Bhuthini एक शक्तिशाली राक्षसी है, जो किसी भी बच्चे को मारने में सक्षम है। Kamsan उससे कहता है कि उसे इस शिशु का अंत करना है, क्योंकि यह वही बच्चा है जो उसका विनाश करेगा। Bhuthini उसकी बात मान जाती है और कहती है कि यह काम उसके लिए बहुत आसान होगा। वह वादा करती है कि जल्द ही वह यह कार्य पूरा कर देगी और Kamsan को इससे मुक्ति दिलाएगी।
दूसरी ओर, Yasodha और Nandan अपने नवजात Krishna के साथ खुशी से झूम रहे हैं। Balram, जो कि Krishna का बड़ा भाई है, पूरे गांव में मिठाई बांटता है और सभी को बताता है कि उसे एक छोटा भाई मिला है। वह कहता है कि उसका भाई Krishna मक्खन से भी मीठा है। Radha, जो कि अपने दोस्तों के साथ खेल रही है, Krishna का नाम सुनते ही खुश हो जाती है। जब वह Krishna का नाम लेती है, तो उस पर फूलों की वर्षा होती है। यह सब देखकर Radha उत्साहित हो जाती है और Balram से कहती है कि वह Krishna से मिलना चाहती है। Balram उसे Krishna से मिलाने के लिए ले जाता है।
इस बीच, Bhuthini एक साधारण स्त्री का रूप धारण करके Vrindavan पहुंचती है। वह Krishna को ढूंढने के लिए वहां आती है। Bhuthini ने सुना कि Balram अपने छोटे भाई Krishna का नाम सभी को बता रहा था, जिससे उसे यह यकीन हो गया कि यही बच्चा Kamsan का दुश्मन है। Bhuthini सोचती है कि Krishna का अंत करना अब उसके लिए बहुत आसान हो गया है। वह Balram से मक्खन लेकर Yasodha के घर जाती है। Bhuthini सोचती है कि अब वह Krishna को ढूंढ निकालेगी और उसे मार डालेगी।
Radha, Balram के साथ Yasodha के घर आती है। Radha Krishna से मिलती है और उसे देखकर बहुत खुश होती है। Yasodha और Nandan को भी Radha की खुशी देखकर बहुत आनंद आता है। Radha, Krishna के साथ खेलती है और मक्खन खाती है। इसी बीच, Bhuthini वहां पहुंच जाती है। Bhuthini Krishna को देखकर कहती है कि आज उसका अंत निश्चित है। Bhuthini की नजर में Krishna Kamsan के विनाश का कारण है और वह उसे मारने के लिए तैयार है।
Krishna, जो कि भगवान विष्णु का अवतार है, Bhuthini के इरादों को समझ जाता है। वह Bhuthini को एक नटखट मुस्कान के साथ देखता है। Bhuthini धीरे-धीरे Krishna की ओर बढ़ती है, लेकिन जैसे ही वह Krishna को छूने की कोशिश करती है, उसे एक अदृश्य शक्ति रोक देती है। Bhuthini को Krishna की दिव्यता का अहसास हो जाता है, लेकिन वह अपने कार्य से पीछे हटने को तैयार नहीं होती।
Precap:
अगले एपिसोड में दिखाया जाएगा कि Bhuthini Krishna को मारने की कोशिश करेगी, लेकिन उसे उसकी शक्तियों का अहसास होगा। क्या Bhuthini Krishna को मार पाएगी या फिर Kamsan की साजिश नाकाम हो जाएगी?
My Name is Suhel Shaikh, I Work as a Content Writer for Kararinews and I like Writing Articles